
झुंझुनूं. जिले में वन्यजीवों की वार्षिक गणना का कार्य गुरुवार सुबह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह गणना 11 जून को सुबह 8 बजे से शुरू होकर 12 जून की सुबह 8 बजे तक 24 घंटे के दौरान की गई। जिला वन अधिकारी उदाराम सियोल ने बताया कि वन्यजीवों की गणना का यह कार्य राजस्थान वन विभाग के निर्देशों के अनुसार जिले की सभी वन रेंजों में एकसाथ किया गया।
गणना के दौरान वन विभाग की पांचों रेंज—झुंझुनूं, खेतड़ी, चिड़ावा, नवलगढ़ व उदयपुरवाटी में कुल 69 जल स्रोतों पर वन्यजीवों की उपस्थिति का प्रत्यक्ष अवलोकन किया गया। इन जल स्रोतों के पास वॉच टावर बनाए गए थे, जहां से वनकर्मियों और प्रशिक्षित गणनाकर्मियों ने लगातार निगरानी रखी। सभी गणनाकर्मी निर्धारित जल स्रोतों के पास निर्धारित समय पर तैनात रहे और उन्होंने सभी देखे गए पशु-पक्षियों व वन्य जीवों की प्रजातियों, संख्या, समय और गतिविधियों का विस्तार से लेखा-जोखा तैयार किया। दोपहर और रात्रि के समय विशेष सावधानी बरती गई क्योंकि यह समय वन्यजीवों के जल सेवन व सक्रियता का होता है। गणना के दौरान मुख्य रूप से नीलगाय, सियार, लोमड़ी, जंगली बिल्ली, खरगोश, मोर, तीतर जैसे स्थानीय जीवों की उपस्थिति दर्ज की गई।
जिला वन अधिकारी सियोल ने बताया कि इस गणना का उद्देश्य वन्यजीवों की जनसंख्या का आंकलन कर उनके संरक्षण व प्रबंधन की दिशा में रणनीति तैयार करना है। साथ ही जल स्रोतों की स्थिति, वन क्षेत्र की जैविक उत्पादकता और पर्यावरणीय संतुलन की निगरानी भी इस गणना का अभिन्न हिस्सा है।
2025 की वन्य जीव गणना के आंकड़े –
बघेरा : 17
गीदड़/सियार : 1437
जरख : 92
जंगली बिल्ली :443
मरु बिल्ली : 199
लोमड़ी : 441
मरू लोमड़ी : 36
भेड़िया : 66
बिज्जू छोटा : 238
बिज्जू बड़ा : 74
कवंर बिज्जू : 5
सियागोश : 15
सांभर : 20
काला हिरण : 91
नीलगाय : 4893
चिंकारा : 647
जंगली सूअर : 138
सैही : 310
खरगोश : 376
लंगूर : 966
मोर : 5696
बाज/चील : 187
सांडा : 56
काला तीतर : 2654